शब्द का अर्थ
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अभै :
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वि० पुं० दे० ‘अभय’। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अभैदिक :
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वि० [सं० न० त०]=अभेद्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अभैर :
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पुं० [?] वह लकड़ी जिसमें डोरी बाँधकर करघे की कंघियाँ लटकाई जाती हैं। कलवाँसा। दढ़ेरी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |