शब्द का अर्थ
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उद्दान :
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पुं० [सं० उद्√दा(देना) या√दो (खंडन करना)+ल्युट-अन] १. जकड़ने या बाँधने की क्रिया या भाव। २. उद्यम। ३. बड़वानल। ४. चूल्हा। ५. लग्न। ६. उद्यम। प्रयत्न। ७. कटि। कमर। ८. बीच का भाग। मध्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उद्दान :
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पुं० [सं० उद्√दा(देना) या√दो (खंडन करना)+ल्युट-अन] १. जकड़ने या बाँधने की क्रिया या भाव। २. उद्यम। ३. बड़वानल। ४. चूल्हा। ५. लग्न। ६. उद्यम। प्रयत्न। ७. कटि। कमर। ८. बीच का भाग। मध्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |