शब्द का अर्थ
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					उपकरण					 :
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					पुं० [सं० उप√कृ(करना)+ल्युट अन] १. वे वस्तुएँ जिनकी सहायता से कोई काम होता या चीज बनती हो। सामग्री। सामान। (मैटीरियल) २. वे चीजें या बातें जो किसी के अंगों, उपांगों आदि के रूप में आवश्यक हों। जैसे—प्राचीन भारत में छत्र, चँवर आदि राजाओं के उपकरण माने जाते थे। ३. कुछ बड़े और कई अंगों, उपांगों से युक्त वे औजार या यन्त्र जिनकी सहायता से कोई काम किया या चीजें बनाई जाती है। (इम्प्लीमेण्ट) जैसे—करघा, परेता आदि जुलाहों के और हल, पाटा आदि खेती के उपकरण हैं। ४. दे० ‘उपकार’।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					उपकरण					 :
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					पुं० [सं० उप√कृ(करना)+ल्युट अन] १. वे वस्तुएँ जिनकी सहायता से कोई काम होता या चीज बनती हो। सामग्री। सामान। (मैटीरियल) २. वे चीजें या बातें जो किसी के अंगों, उपांगों आदि के रूप में आवश्यक हों। जैसे—प्राचीन भारत में छत्र, चँवर आदि राजाओं के उपकरण माने जाते थे। ३. कुछ बड़े और कई अंगों, उपांगों से युक्त वे औजार या यन्त्र जिनकी सहायता से कोई काम किया या चीजें बनाई जाती है। (इम्प्लीमेण्ट) जैसे—करघा, परेता आदि जुलाहों के और हल, पाटा आदि खेती के उपकरण हैं। ४. दे० ‘उपकार’।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
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