शब्द का अर्थ
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					गढंत					 :
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					स्त्री० [हिं० गढ़ना] १. कोई चीज गढ़कर तैयार करने या बनाने की क्रिया या भाव। गढन। (देखें) २. अपने मन से गढ़कर कहीं जानेवाली बात। कपोल-कल्पित बात। जैसे–समय पर इनकी अनोखी गढंत ने हमें बचा लिया। ३. कुश्ती लड़ने के तीन प्रकारों में से एक, जिसमें लड़नेवाले पहलवान आपस में अच्छी तरह गठ या गुथ जाते हैं। वि० (कथन या विचार) जो वास्तविक न हो, बल्कि यों ही अपने मन से गढ़कर या तैयार किया या बनाया गया हो। कपोल-कल्पित। जैसे–इनकी सब बातें इसी तरह की गढ़ंत होती है।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					गढ़त					 :
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					स्त्री० १. गढ़न। २. गढ़ंत।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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