शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					गूद					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० गूढ़ या हिं० गोदना] १. गड्ढा। गर्त्त। २. कम गहरा चिन्ह या रेखा। पुं० =गूदा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गूदड़					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० गूथना] [स्त्री० गुदड़ी] जीर्ण-शीर्ण या फटा-पुराना कपड़ा जो काम में आने के योग्य न रह गया हो। पद–गूदड़शाह वा गूदड़शाँई-फटे-पुराने कपड़े सीकर पहनने वाला साधु।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गूदर					 :
				 | 
				
					पुं०=गूदड़।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गूदा					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० गुप्त, प्रा० गुप्त] [स्त्री० गूदी] १. फल आदि के अन्दर का कोमल और गुदगुदा सार भाग। जैसे–आम, इमली या नारंगी का गूदा। २. किसी चीज के अन्दर का गीला गाढ़ा सार भाग। मज्जा। (पिथ्)। ३. किसी चीज को कूटकर तैयार किया हुआ उसका कुछ गीला पिंड या रूप। (पल्प)। ४. खोपड़ी का सार भाग। भेजा। ५. गिरी। मींगी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गूदेदार					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० गूदा+फा० दार] जिसके अन्दर गूदा रहता हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |