|
|
|
|
|
लेखक
|
प्रकाशक
|
English
पुस्तक खोजें
Any
Title
Author
Word
Book Id
Any
₹
<₹30
₹30 - ₹50
>₹50
पुस्तक क्रमांक से खोजें
शब्द का अर्थ खोजें
शॉपिंग कार्ट
मुख पृष्ठ
खोजें
परिचय
समाचार
संपर्क करें
मेरी पसंद
सहायता
प्रवेश
ई-पुस्तकें
वाचनालय
रामायण
स्तुतियाँ
वेदान्त
श्रीमद्भगवद्गीता
आरती
लोगों की राय
शब्द का अर्थ खोजें
शब्द का अर्थ
चक्र-वृद्धि :
स्त्री० [उपमि० स०] १. ऋण का वह प्रकार जिसमें मूल धन पर ब्याज देने के अतिरिक्त उस ब्याज पर भी ब्याज दिया जाता है जो किसी निश्चित अवधि तक चुकाया नहीं जाता। (कम्पाउंड इन्टरेस्ट) २. गाड़ी आदि भाड़ा।
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं
लौटें
मुख पृष्ठ