शब्द का अर्थ
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					चुपचाप					 :
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					अव्य० [हिं० चुप+अनु० चाप] १. बिना कुछ भी कहे-सुने। बिलकुल चुप या मौन रहकर। जैसे–वह चुप-चाप यहां से उठकर चला गया। २. इस प्रकार छिपे-छिपे या धीरे से कि किसी को पता तक न लगे। जैसे–घर में लोगो के जागते ही चोर चुपचाप निकल भागा। ३. बिना कोई उद्योग या प्रयत्न किये। जैसे–यों चुपचाप बैठे रहना ठीक नहीं है। ४. धीर और शांत भाव से। जैसे–यह लड़का तो चुपचाप बैठना तो जानता ही नहीं।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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