शब्द का अर्थ
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					जाँबव					 :
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					पुं० [सं० जंबू+अण] १. जामुन का वृक्ष और उसका फल। वि० १. जामुन संबंधी। २. जामुन के रस से बना हुआ। जैसे–शराब, सिरका आदि।				 | 
			
			
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					जाँबवक					 :
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					पुं० [जंबू+वुञ्-अक] =जांबव।				 | 
			
			
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					जाँबवंत					 :
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					पुं०=जाँबवान्।				 | 
			
			
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					जांबवती					 :
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					स्त्री० [सं० जांबवत्+अण्-ङीप्] १. द्वापर युग के जांबवान की वह कन्या जिसके साथ श्रीकृष्ण ने विवाह किया था। २. नागदौनी।				 | 
			
			
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					जाँबवान्(वत्)					 :
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					पुं० [सं०] राम की सेना का एक रीछ जो राजा सुग्रीव का मंत्री था।				 | 
			
			
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					जाँबवि					 :
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					पुं० [सं० जंबू+इञ्] वज्र। स्त्री० जांबवती।				 | 
			
			
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					जांबवौष्ठ					 :
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					पुं० [सं० जाबंव-ओष्ठ, ब० स०] दे० जांबोष्ठ।				 | 
			
			
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