शब्द का अर्थ
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					जिगर					 :
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					पुं० [सं० यकृत से फा०] १.कलेजा। यकृत। २. साहस। हिम्मत। ३. चित्त। मन। ४. किसी चीज का वह भीतरी अंश जिसमें उसका सार भाग रहता हो। जैसे–इमारती लकड़ी का जिगर।				 | 
			
			
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					जिगर-कीड़ा					 :
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					पुं० [फा० जिगर+हिं० क्रीड़ा] १. भेडों आदि का एक रोग जिसमें उनके कलेजे में कीड़े पड़ जाते हैं। २. उक्त रोग का कीड़ा।				 | 
			
			
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					जिगरा					 :
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					पुं० [हिं० जिगर] वह मनोभाव जिसके कारण मनुष्य बिना भय-भीत हुए बहुत बड़ा और प्रायः विकट काम करने के लिए उद्यत होता है।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					जिगरी					 :
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					वि० [फा०] १. जिगर संबधी। जिगर का। २. आंतरिक और हार्दिक। जैसे–जिगरी बात। ३. अभिन्न हृदय। घनिष्ठ। जैसे–जिगरी दोस्त।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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