शब्द का अर्थ
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धड़का :
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पुं० [अनु० धड़] १. दिल की धड़कन। २. दिल धड़कने से उत्पन्न होनेवाला शब्द। ३. आशंका। खटका। भय। जैसे—चलो मार खाने का धड़का छूटा। ४. खेतों में से चिड़ियों को उड़ाकर भगाने के लिए खड़ा किया जानेवाला वह पुतला या बाँस जिसे खट-खटाने से धड़-धड़ शब्द होता है। धोखा। पुं०=धड़ाका।a |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धड़काना :
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स० [हिं० धड़क] १. किसी के दिल में धड़क पैदा करना। धड़कने में प्रवृत्त करना। २. किसी के मन में आशंका या खटका उत्पन्न करके उसे दहलाना। संयो० क्रि०—देना। ३. धड़-धड़ शब्द उत्पन्न करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |