शब्द का अर्थ
|
बहलना :
|
अ० [हिं० बहलाना का अ०] १. ऊबे, थके, खाली बैठे या दुःखी व्यक्ति अथवा उसके मन का मनोरंजक या रमणीक वस्तुओं से परचना या कुछ समय के लिए प्रसन्न और शांत होना। २. झंझट-बखेड़े, चिंता आदि की बात भूलकर मन का किसी दूसरी ओर लगना; और फलतः कुछ स्वस्थ या हलका अनुभव करना। जैसे—दिन भर काम करने के बाद संध्या को थोड़ा टहल लेने से मन बहल जाता है। संयो० क्रि०—जाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|