शब्द का अर्थ
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मेरु-ज्योति :
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स्त्री० [सं० ष० त०] उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों में रात के समय बीच में दिखाई पड़ती रहनेवाली एक प्रकार की ज्योति जिससे बहुत कुछ दिन का सा प्रकाश होता है। (आरोराबोरिएलिस)। विशेष—दक्षिण ध्रुव में दिखायी पड़नेवाले उक्त ज्योति को ‘कुमेरु ज्योति’ कहते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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