शब्द का अर्थ
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					सौंर					 :
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					पुं० [हिं० सौरी] मिट्टी के बरतन भाड़े आदि जो संतानोत्पत्ति के दसवें दिन (अर्थात सूतक हटने पर) तोड़ दिये जाते हैं। स्त्री०=सौरी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सौंरई					 :
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					स्त्री० [हिं० साँवरा] साँवलापन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सौंरा					 :
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					वि० =साँवला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					सौंराई					 :
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					स्त्री० =साँवलापन।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |