शब्द का अर्थ
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अडंग :
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वि० दे० ‘अडिग’।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अडंग-बडंग :
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वि० [अनु०] १. क्रम रहित और बेढंगा। अंड-बंड। २. अनावश्यक तथा अनुचित। व्यर्थ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अड़गड़ा :
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पुं० [हिं० अड़ना+गड़ना ?] १. बैल-गाड़ियों आदि के ठहरने का स्थान। २. घोड़ों बैलों आदि की बिक्री का स्थान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अड़गोड़ा :
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पुं० [हिं० अड़=रोक√गोड़=पाँव] पशुओं आदि को भागने से रोकने के लिए उनके पैर या गले में बाँधी जानेवाली भारी लकड़ी। |
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समानार्थी शब्द-
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