शब्द का अर्थ
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अड़ार :
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वि० [सं० अराल] तिरछा। टेढ़ा। पुं० [सं० अट्ठाल=बुर्ज, ऊँचा स्थान] १. समूह। ढेर। २. बिक्री के लिए रखा हुआ ईधन का ढेर। ३.लकड़ी या ईधन की दुकान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अड़ारना :
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स०=डालना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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