शब्द का अर्थ
|
अपग :
|
वि० [सं० अप√गम् (जाना)+ड] [स्त्री० अपगा] १. दूर हटनेवाला। २. नीचे या पीछे जानेवाला। ३. बुरे मार्ग पर जानेवाला। वि० [सं० अ+पग] जिसके पग या पैर न हों। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपगंड :
|
वि० [सं० प्रा० स०] दे० ‘अपोगंड’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपगत :
|
वि० [सं० अप√गम्+क्त] १. जो अपने ठीक मार्ग से इधर-उधर हो गया हो। २. दूर हटा हुआ। ३. आँखों से ओझल। ४. मरा हुआ। मृत। ५. नष्ट। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपगति :
|
स्त्री० [सं० अप√गम्+क्तिन्] १. निकृष्ट या बुरी गति। दुर्गति। २. नीचे की ओर अर्थात् अनुचित या बुरे मार्ग पर होना। ३. पतन। ४. दूर भागना या हटना। ५. नाश। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपगम :
|
पुं० [सं० अप√गम्+घञ्] =अपगमन। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपगमन :
|
पुं० [अप√गम्+ल्युट्-अन] १. नीचे की ओर या बुरे मार्ग पर जाना। २. छिप या भाग जाना। ३. अलग होना। ४. प्रस्थान। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपगर :
|
वि० [सं० √गृ (शब्द)+अप्] १. निंदा या शिकायत करनेवाला। २. गाली देनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपगर्जित :
|
वि० [सं० अप√गर्ज् (शब्द)+क्त] न गरजनेवाला। गर्जन-रहित (बादल)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपगा :
|
स्त्री० [सं० अप√गम् (जाना)+ड-टाप्] =आपगा (नदी)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |