शब्द का अर्थ
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अर्थातर-न्यास :
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पुं० [ब० स०] १. साहित्य में एक अलंकार जिसमें वैधर्म्य या साधर्म्य दिखलाते हुए सामान्य कथन की विशेष कथन के द्वारा और विशेष कथन की सामान्य कथन के द्वारा अभिपुष्टि की जाती है। २. न्याय में, एक प्रकार का निग्रह स्थान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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