शब्द का अर्थ
|
अलात-चक्र :
|
पुं० [सं० ष० त०] १. प्रकाश का वह चक्र या मंडल जो जलती हुई लकड़ी या बनैठी को जोरों से घुमाने पर बनता हो। २. किसी प्रकार का मंडलाकार प्रकाश। उदाहरण—मनु फिर रहे अलाव चक्र में उस घन तम में।—प्रसाद। ३. गति-भेदानुसार एक प्रकार का नृत्य या नाच। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|