शब्द का अर्थ
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अव्यपदेश्य :
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वि० [सं० वि-अप√दिश्(बताना)+ण्यत्, न० त०] १. जो व्यपदेश न हो। २. जिसका शब्दों में वर्णन न हो सके। अनिवर्चनीय। जैसे—ब्रह्म अव्यपदेश्य है। ३. जिसका किसी प्रकार का उलट-फेर या विकल्प न हो। निश्चित। जैसे—अव्यपदेश्य ज्ञान-निर्विकल्प ज्ञान। ४. जिसे कोई निर्देश न दिया जा सके। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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