शब्द का अर्थ
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					आवरा					 :
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					वि० [सं० अवर] [स्त्री० आवरी] १. विमुख। २. विपरीत। ३. मलिन। मैला। ४. विकल। व्याकुल। उदाहरण—घन आनंद कौन अनोखी दसा मति आवरी बावरी ह्वै थरसै।—घनानंद। पुं० [सं० आवरण] ओढने की चादर।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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