शब्द का अर्थ
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					उचका					 :
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					अव्य० =औचक।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उचका					 :
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					अव्य० =औचक।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उचकाना					 :
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					स० [हिं० उचकना का स० रूप] १. कोई चीज ऊपर की ओर उठाना। ऊँचा करना। उदाहरण—बच्छस्थल उमगाइ ग्रीव उचकाइ चाप भिनि।—रत्नाकर। २. दे० ‘उछालना’।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उचकाना					 :
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					स० [हिं० उचकना का स० रूप] १. कोई चीज ऊपर की ओर उठाना। ऊँचा करना। उदाहरण—बच्छस्थल उमगाइ ग्रीव उचकाइ चाप भिनि।—रत्नाकर। २. दे० ‘उछालना’।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |