शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					उदात्त					 :
				 | 
				
					वि० [सं० उद्-आ√दा (देना)+क्त] १. ऊँचा बना हुआ। २. ऊँचे स्वर में कहा हुआ। ३. उदार। दाता। ४. दयावान। ५. उत्तम। श्रेष्ठ। ६. साफ। स्पष्ट। ७. सशक्त। समर्थ। पुं० १. वैदिक स्वरों के उच्चारण का एक प्रकार भेद। २. संगीत में, बहुत ऊंचा स्वर। ३. साहित्य में, एक अलंकार जिसमें वैभव आदि का बहुत बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन किया जाता है। ४. एक प्रकार का पुराना बाजा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					उदात्त					 :
				 | 
				
					वि० [सं० उद्-आ√दा (देना)+क्त] १. ऊँचा बना हुआ। २. ऊँचे स्वर में कहा हुआ। ३. उदार। दाता। ४. दयावान। ५. उत्तम। श्रेष्ठ। ६. साफ। स्पष्ट। ७. सशक्त। समर्थ। पुं० १. वैदिक स्वरों के उच्चारण का एक प्रकार भेद। २. संगीत में, बहुत ऊंचा स्वर। ३. साहित्य में, एक अलंकार जिसमें वैभव आदि का बहुत बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन किया जाता है। ४. एक प्रकार का पुराना बाजा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |