शब्द का अर्थ
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					उरे					 :
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					अव्य० [सं० अवर] १. इस ओर। इधर। २. निकट। पास। उदाहरण—छगन-मगन वारे कंधैया उरे धौ आइ रे।—नंददास।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उरे					 :
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					अव्य० [सं० अवर] १. इस ओर। इधर। २. निकट। पास। उदाहरण—छगन-मगन वारे कंधैया उरे धौ आइ रे।—नंददास।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					उरेखना					 :
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					स० दे० अवरेखना। स० [सं० आलेखन] १. चित्र बनाना या अंकित करना। २. दे० ‘अवरेखन’।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					उरेखना					 :
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					स० दे० अवरेखना। स० [सं० आलेखन] १. चित्र बनाना या अंकित करना। २. दे० ‘अवरेखन’।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					उरेझा					 :
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					पुं०=उलझन।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					पुं०=उलझन।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					उरेब					 :
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					वि० [फा० औरेब] १. टेढ़ा। २. तिरछा। ३. छलपूर्ण। पुं० छल-कपट। धूर्त्तता।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					वि० [फा० औरेब] १. टेढ़ा। २. तिरछा। ३. छलपूर्ण। पुं० छल-कपट। धूर्त्तता।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					उरेह					 :
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					पुं० [सं० उल्लेख] १. उरेहने की क्रिया या भाव। चित्रकारी। २. उरेर कर बनाई हुई चीज। चित्र।				 | 
			
			
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					उरेह					 :
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					पुं० [सं० उल्लेख] १. उरेहने की क्रिया या भाव। चित्रकारी। २. उरेर कर बनाई हुई चीज। चित्र।				 | 
			
			
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					उरेहना					 :
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					स० [सं० उल्लेखन] १. चित्र अंकित करना, बनाना या लिखना। २. रँगना। जैसे—नयन उरेहना।				 | 
			
			
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					उरेहना					 :
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					स० [सं० उल्लेखन] १. चित्र अंकित करना, बनाना या लिखना। २. रँगना। जैसे—नयन उरेहना।				 | 
			
			
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