शब्द का अर्थ
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					ऊक					 :
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					स्त्री० [सं० उल्का] १. उल्का। २. जलती हुई लकड़ी। ३. दाह। ताप। आँच। स्त्री०=चूक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊक					 :
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					स्त्री० [सं० उल्का] १. उल्का। २. जलती हुई लकड़ी। ३. दाह। ताप। आँच। स्त्री०=चूक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊकटना					 :
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					स०=उकठना। (राज०)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊकटना					 :
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					स०=उकठना। (राज०)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊकना					 :
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					अ०=चूकना। स० १. जान-बूझकर या भूल से छोड़ देना। २. उपेक्षा करना। स० [हिं० ऊकताप] १. दग्ध करना० जलाना। २. कष्ट या ताप पहुँचाना। अ० १. जलना। २. ताप उत्पन्न करना। तपाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊकना					 :
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					अ०=चूकना। स० १. जान-बूझकर या भूल से छोड़ देना। २. उपेक्षा करना। स० [हिं० ऊकताप] १. दग्ध करना० जलाना। २. कष्ट या ताप पहुँचाना। अ० १. जलना। २. ताप उत्पन्न करना। तपाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊकसना					 :
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					अ०=उकसना। स०=उकसाना। (राज०)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊकसना					 :
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					अ०=उकसना। स०=उकसाना। (राज०)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊकार					 :
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					पुं० [सं० ऊ+कार] ‘ऊ’ अक्षर या उसकी ध्वनि।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ऊकार					 :
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					पुं० [सं० ऊ+कार] ‘ऊ’ अक्षर या उसकी ध्वनि।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |