शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					ऊछजना					 :
				 | 
				
					अ० [सं० उत्-सज्जा] (अस्त्र आदि) ऊपर उठाकर अपने बचाव के लिए तैयार होना। उदाहरण— बड़फरि ऊछजतै विरुधि।—प्रिथीराज।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					ऊछजना					 :
				 | 
				
					अ० [सं० उत्-सज्जा] (अस्त्र आदि) ऊपर उठाकर अपने बचाव के लिए तैयार होना। उदाहरण— बड़फरि ऊछजतै विरुधि।—प्रिथीराज।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |