शब्द का अर्थ
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					औरस					 :
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					वि० [सं० उरस+अण्] [स्त्री० औरसी] १. उर या हृदय संबंधी। २. उर या हृदय से उत्पन्न होनेवाला। ३. जिसका जन्म स्वयं किसी के हृदय अर्थात् व्यक्तित्व से हुआ हो। जैसे—औरस पुत्र । पुं० विवाहित स्त्री से उत्पन्न पुत्र। विशेष—स्मृतियों में १२ प्रकार के जो पुत्र कहे गये है उनमें औरस सर्वश्रेष्ठ माना गया है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					औरसना					 :
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					अ० [सं० अव=बुरा+रस] अप्रसन्न या रुष्ट होना।				 | 
			
			
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					औरसी					 :
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					स्त्री० [सं० औरस+ङीष्] कन्या जो विवाहित स्त्री से उत्पन्न हुई हो।				 | 
			
			
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					औरस्य					 :
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					वि० [सं० उरस+यत्, उरस्य+अण्] १. (व्याकरण में ध्वनि) जिसका उच्चारण हृदय से होता हो। २. औरस।				 | 
			
			
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