शब्द का अर्थ
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					कंथ					 :
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					पुं० =कंत। वि० =कांत।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कंथना					 :
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					स० [हिं० कंथा] कंथा या कथरी पहनना। उदाहरण—जेहि कारन गियँ कांथरि कंथा।—जायसी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कंथा					 :
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					स्त्री० [सं०√कंम् (चाहना)+थन्-टाप्] [स्त्री० कंथारी] फटे-पुराने कपड़ों को सीकर बनाया हुआ ओढ़ना। गुदड़ी। स्त्री० [शक भाषा का कंथनगर] नगर या बस्ती का वाचक एक शब्द, जो कुछ नामों के साथ उत्तर-पद के रूप में लगता था। ईरान के ताशकंद, यारकंद, समरकंद आदि में का ‘कंद’ इसी का विकृत रूप है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कंथारी					 :
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					स्त्री० [सं० कंथा√ऋ (गति)+अण्-ङीष्] =कंथा (गुदड़ी)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कंथी					 :
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					पुं० [सं० कंथा से] १. गुदड़ी ओढ़ने या पहननेवाला साधु। २. भिखमंगा। स्त्री० [सं० कथा] छोटी कथा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |