शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					कक्ष					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√कष्( हिंसा)+स] १. किसी वस्तु के अलग-बगल का भाग। पार्श्व भाग। २. किसी इमारत या भवन का कोई भीतरी कमरा,खंड या भाग। ३. अंतःपुर। ४. काँख। बगल। ५. बगल में होने वाला फोड़ा। कखौरी। ६. कांस। ७. जंगल का भीतरी भाग। ८. सूखी घास। ९. दीवारों के बीच का कोना। पाखा। १॰. नाव का एक वह विशिष्ट भाग जो कमरे के रूप में होता है। ११. पाप। दोष। १२. चादर, दुपट्टे आदि का आँचल। १३. कमरबन्द। १४. तराजू का पलड़ा। १५. कछार। १६. काछ। लाँग। १७. दे० ‘कक्षा’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कक्षा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० कक्ष+टाप्] १. परिधि। घेरा। २. आकाश में ग्रहों के भ्रमण करने का गोलाकार मार्ग। (आँरबिट) ३. विद्यार्थियों का वह वर्ग या श्रेणी जिसमें उन्हें एक साथ तथा एक ही प्रकार की शिक्षा दी जाती है। दर्जा। (क्लास) ४. घर की दीवार। ५. कछौटा। ६. काँख। बगल। ७. काँख में होनेवाला फोड़ा। कखौरी। ८. तुलना। बराबरी। ९. दहलीज। १॰. हाथी बाँधने का रस्सा। ११. एक पुरानी तौल जो लगभग एक रत्ती के होती थी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कक्षीवान् (वत्)					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० कक्ष्या+मतुप्, नि० सिद्धि] एक वैदिक ऋषि का नाम।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कक्षोत्था					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० कक्ष-उद्√स्था+क+टाप्] नागरमोथा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कक्ष्या					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० कक्ष+यत्+टाप्] १. आँगन। २. हाथी बाँधने का रस्सा। ३. हाथी का हौदा। ४. चमड़े या ताँत की डोरी या तस्मा। ५. नाड़ी। ६. प्रासाद। महल। ७. ड्योढ़ी। दहलीज। ८. घुँघची। ९. बराबरी। समानता। १॰. उद्योग। प्रयत्न।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |