शब्द का अर्थ
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					कचूमर					 :
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					पुं० [हि० कच-कच (कुचलना या चुभाना) से अनु०] १. किसी वस्तु का वह रूप, जो उसे खूब कूटने या कुचलने पर प्राप्त होता है। मुहावरा—(किसी का) कचूमर निकालना=किसी को इतना मारना या पीटना कि वह अधमरे के समान हो जाय। २. कच्चे आम के गूदे को कुचल या कूटकर बनाया हुआ अचार। मुहावरा—(किसी चीज का) कचूमर निकालना किसी वस्तु को ऐसी बुरी तरह से काम में लाना कि उसकी पूरी दुर्दशा हो जाय।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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