शब्द का अर्थ
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					कछु					 :
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					वि०=कुछ (ब्रज)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कछुआ					 :
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					पुं० [सं० कश्यप, कच्छप० प्रा० कच्छभ, मु० कच्छवो, कासवो, सिं० कछउँ, कछूँ० बँ० काछिम, मरा० कासव, कांसव] एक प्रसिद्ध जंतु जो जल और स्थल दोनों में समान रूप से रहता है,पर जल में अधिक सुखी रहता है। इसकी पीठ पर ढाल के आकार की कड़ी खोपड़ी होती है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कछुक					 :
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					वि० [हिं० कछु (=कुछ)+एक प्रत्यय] कुछ थोड़ा। उदाहरण—कछुए बनाइ भूप सन भाषे।—तुलसी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कछुवा					 :
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					पुं०=कछुआ (जंतु)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कछुवै					 :
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					अव्य=कुछ भी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |