शब्द का अर्थ
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					कढ़ी					 :
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					स्त्री० [हिं० कढ़ना=उबालना] एक प्रकार का प्रसिद्ध तरल व्यंजन या सालन जो घुले हुए बेसन को उबालकर बनाया जाता है। मुहावरा—बासी कढ़ी में उबाल आना=शक्ति, सामर्थ्य आदि के अभाव में भी आवेश या उत्साह उत्पन्न होना। पद—कढ़ी का सा उबाल=ऐसा आवेश, उत्साह या क्रोध जो बहुत सहज में ठंडा पड़ जाय या जाता रहे।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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