शब्द का अर्थ
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					कथन					 :
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					पुं० [सं० कथ+ल्युट-अन] [वि० कथित] १. कोई बात मुँह से उच्चारित करने या कहने की क्रिया या भाव। कहना। बोलना। २. वह जो कुछ कहा गया हो। कही हुई बात। उक्ति। ३. किसी के सम्बन्ध में कही हुई ऐसी बात जो अभी प्रमाणित न हुई हो। (एलीगेशन) ४. किसी विषय में किसी का दिया हुआ वक्तव्य। बयान। (स्टेटमेंट) ५. उपन्यास का एक भेद या प्रकार जिसमें उसका नायक या कोई पात्र आदि से अन्त तक कोई कथा कहता चलता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					कथना					 :
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					स० [सं० कथन] १. कोई बात कहना। कथन। करना। २. किसी की खुलकर विस्तार-पूर्वक निन्दात्मक बातें कहना। बुराई। करना। जैसे—किसी के दोष कथना।				 | 
			
			
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					कथनी					 :
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					स्त्री० [सं० कथन+हिं० ई (प्रत्यय)] १. मुँह से कही हुई बात। कथन। जैसे—उनकी कथनी और करनी में बहुत अन्तर है। २. कोई बात बार-बार कहने की प्रक्रिया या भाव।				 | 
			
			
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					कथनीय					 :
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					वि० [सं०√कथ्+अनीयर] १. कहे जाने के योग्य। जो कथन के रूप में आ सके या लाया जा सके। २. निंदनीय। बुरा। (क्व०)।				 | 
			
			
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