शब्द का अर्थ
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					कर्त्तृवाच्य					 :
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					पुं० [ब० स०] व्याकरण में क्रिया के विचार से वाच्य के तीन रुपों में से एक जो इस बात का सूचक होता है कि दो कुछ कहा गया हैं, वह कर्ता की प्रधानता के विचार से है। (ऐक्टिव वॉयस) जैसे—राम ने पुस्तक पढ़ी।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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