शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					कवर					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√कु+अरत्] १. मिला हुआ। मिश्रित। २. चितकबरा। रंगबिरंगा। पुं० १. बालों का गुच्छा। जूड़ा। २. फूल का गुच्छा। गुलदस्ता। स्तवक। पुं० कौर। ग्रास। उदा०—सहस सवाद सो पावै, एक कवर जो स्राइ।—जायसी। पुं० [अं०] १. वह आवरण जिसमें कोई चीज ढकी अथवा जिसमें कोई चीज लपेटी जाय। २. पुस्तक का आवरण का पृष्ठ। ३. लिफाफा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कवर-पुच्छ					 :
				 | 
				
					पुं० [ब० स०] [स्त्री० कवर-पुच्छी] मयूर। मोर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कवरना					 :
				 | 
				
					स०=कौरना (भूनना या सेंकना)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कवरी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० कवर+ङीष्] १. बालों को गूँथकर बनाई हुई चोटी या जूड़ा। उदा०—भींग रहा है रजनी का वह सुन्दर कोमल कवरी भार।—प्रसाद। २. वन-तुलसी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कवर्ग					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० मध्य० स०] [वि० कवर्गीय] क से ङ तक के पाँच अक्षरों या वर्णों का वर्ग या समूह, जिनका उच्चारण कंठ से होता है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |