शब्द का अर्थ
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					किरात					 :
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					पुं० [सं० किर√अत्(गमन)+अच्] १. चीनी-तिब्बती वंश के वे लोग जो बारत में आर्यों के आने से पहले हिमालय के पूर्वीय भागों तथा उसके आस-पास के प्रदेशों में आकर बसे थे। २. उक्त प्रदेश का पुराना नाम। ३. जंगली और असभ्य आदमी। ४. बौना। ५. चिरायता। ६. साईस। स्त्री० [अ० केरात] १. जवाहिरात की एक तौल जो लगभग ४ जौ के बराबर होती थी। २. एक बहुत छोटा पुराना सिक्का।				 | 
			
			
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					किरात-पति					 :
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					पुं० [ष० त०] शिव।				 | 
			
			
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					किराताशी					 :
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					पुं० [सं० किरात√अश् (खाना)+णिनि] गरुड।				 | 
			
			
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					किराति					 :
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					स्त्री० [सं० किर√अत्+इन्] १. दुर्गा। २. गंगा।				 | 
			
			
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					किरातिनी					 :
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					स्त्री० [सं० किरात+इनि, ङीष्] १. किरात आदि की स्त्री। २. जटामाँसी नामक पौधा।				 | 
			
			
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					किराती					 :
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					स्त्री० [सं० किरात+ङीष्] १. किरात जाति की स्त्री। २. दुर्गा। ३. पार्वती। ४. स्वर्ग की गंगा। ५. कुटिनी। ६. रानियों के सिर पर चँवर डोलने वाली स्त्री।				 | 
			
			
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