शब्द का अर्थ
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					कुतप					 :
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					पुं० [सं० कु√तप् (तपना)+अच्] १. दिन का आठवाँ मुहूर्त। मध्याह्र। २. वे वस्तुएँ जिनकी (मध्याह्र के समय) श्राद्ध में आवश्यकता होती है। ३. सूर्य। ४. अग्नि। ५. एक प्रकार का पुराना बाजा। ६. बकरी के बालों का बना हुआ कंबल। ७. द्विज। ब्राह्मण। ८. अतिथि। मेहमान। ९. बहन का लड़का। भांजा।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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