शब्द का अर्थ
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					कुरा					 :
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					पुं० [अ० कुरह] घाव, रोग आदि के कारण शरीर के किसी अंग में पड़नेवाली गाँठ। स्त्री० [सं० कुरव] कटसरैया।				 | 
			
			
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					कुराई					 :
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					स्त्री० [सं० कु+हिं० राह] १. बुरा रास्ता। कु-पथ। २. ऊबड़ खाबड़ मार्ग। पुं० =कुमार्गी। स्त्री० [देश०] अपराधियों के पाँवों में डालने का काठ।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					कुरान					 :
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					पुं० [अ०] मुसलमानों का प्रसिद्ध धार्मिक ग्रन्थ जिसमें हजरत मुहम्मद की वाणियाँ संकलित हैं। मुहावरा—कुरान उठाना=कुरान हाथ में लेकर उसकी शपथ खाना।				 | 
			
			
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					कुरारी					 :
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					स्त्री० [हिं० कुररी] टिटिहरी उदाहरण—बाएँ कुरारी दाहिन कूचा।—जायसी।				 | 
			
			
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					कुराल					 :
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					पुं० [देश०] पहाड़ी प्रदेशों में होनेवाला एक वृक्ष।				 | 
			
			
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					कुराह					 :
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					स्त्री० [सं० कु+फा० राह] [वि० कुराही] १. कु-पथ। कुमार्ग। २. ऊबड़-खाबड़ दूर का या विकट मार्ग।				 | 
			
			
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					कुराहर					 :
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					पुं० [सं० कोलाहल] कोलाहल। शोर-शराबा। वि० [हिं० कुराह] बुरे रास्ते पर चलनेवाला।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					कुराही					 :
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					वि० [हिं० कुराह+ई(प्रत्यय)] १. कुराह अर्थात् अनुचित या बुरे मार्ग पर चलनेवाला। कुमार्गी। २. दुराचारी। बदचलन।				 | 
			
			
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