शब्द का अर्थ
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					कुलह					 :
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					स्त्री० [फा० कुलाह] १. एक प्रकार की गोल टोपी जिसके बीच का भाग कुछ ऊपर उठा होता है। प्रायः इसके ऊपर पगड़ी बाँधी जाती है। २. शिकारी चिड़ियों की आँखों पर बाँधी जानेवाली पट्टी। अँधियारी। पुं० [सं० कुलधर] वंशधर। उदाहरण—तहुँ सु विजय सुर राजपति जादू कुलह अभग्ग।—चंदबरदाई।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					कुलहवरा					 :
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					पुं० [फा० कुलाह+बाला] बच्चों के पहनने की एक प्रकार की छोटी टोपी या कंटोप जिसके पिछले भाग में चुना हुआ लंबा कपड़ा पीठ पर लटकता रहता है।				 | 
			
			
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					कुलहा					 :
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					पुं०=कुलह।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					कुलही					 :
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					स्त्री०=कुलहवरा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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