शब्द का अर्थ
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					कृति					 :
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					स्त्री० [सं०√कृ+क्तिन्] १. वह जो कुछ किया गया हो। किया हुआ काम। कार्य। २. चित्र, ग्रन्थ वास्तु आदि के रूप में बनाई हुई वस्तु। ३. कोई अच्छा, बड़ा या प्रशंसनीय काम। ४. इंद्रजाल। जादू। ५. बीस अक्षरों वाले छंदों की संज्ञा। पुं० विष्णु का एक नाम।				 | 
			
			
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					कृति-कर					 :
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					पुं० [ब० स०] रावण।				 | 
			
			
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					कृति-स्वाध्य					 :
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					पुं० [ष० त०] दे० ‘स्वामित्व’।				 | 
			
			
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					कृतिका					 :
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					स्त्री०=कृत्तिका।				 | 
			
			
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					कृतिवास					 :
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					पुं० =तिवास।				 | 
			
			
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