शब्द का अर्थ
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					क्यार					 :
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					पुं० [सं० केदार] पेड़ का थाला। थाँवला। वि० संबंधकारक विभक्ति केर का बैसवाडी रूप। का। उदाहरण—मनुआँ देउ महोबै क्यार।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					क्यारी					 :
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					स्त्री० [सं० केदार] १. खेतों बगीचों आदि में थोड़ी-थोड़ी दूर पर मेड़ों से बनाये हुए वे विभाग जिनमें बीज बोये या पौधे लगाये जाते हैं। २. उक्त प्रकार का वह विभाग जिसमें नमक बनाने के लिए समुद्र का पानी भरते हैं। (बेड)				 | 
			
			
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				उपलब्ध नहीं				 |