शब्द का अर्थ
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					खरब					 :
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					पुं० [सं० खर्व] १. संख्या का बारहवाँ स्थान। सौ अरब। २. उक्त स्थान पर पड़नेवाली संख्या। उदाहरण–अरब खरब लौं दरब है, उदय अस्त लौं राज।–तुलसी।				 | 
			
			
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					खरबानक					 :
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					पुं० [देश०] एक प्रकार का पक्षी। उदाहरण–कै खरबान कसै पिय लागा। जौं घर आवै अबहूँ कागा।–जायसी।				 | 
			
			
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					खरबूजा					 :
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					पुं० [फा० खर्पज] १. ककड़ी की जाति की एक बेल। २. इस बेल के जो फल गोल, बड़े मीठे और सुगंधित होते हैं। कहा–खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग पकड़ता है=एक की देखा-देखी दूसरा भी वैसा ही हो जाता है।				 | 
			
			
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					खरबूजी					 :
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					वि० [हिं० खरबूजा] खरबूजे के रंग का। पुं० उक्त प्रकार का रंग।				 | 
			
			
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					खरबोजना					 :
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					पुं० [हिं० खार+बोझना] रंगरेजों का वह घड़ा जिस पर रंग का माट रखकर रंग टपकाते हैं।				 | 
			
			
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					खरब्बा					 :
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					वि० [हिं० खराब] या बुरे चलनेवाला। बदचलन।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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