शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					खाद					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√खाद (खाना)+घञ्] खाना। भक्षण। स्त्री० [सं० खात, खात्र या खाद्य] १. सड़ाया हुआ गोबर, पत्ते आदि जो खेत को उपजाऊ बनाने के लिए उसमें डाले जाते हैं। २. रासायनिक प्रक्रिया से तैयार की हई और खेतों में छोड़ी जानेवाली कोई ऐसी चीज जो उसकी उपज बढ़ायें। (मैन्योर) क्रि० प्र०-डालना। देना। वि० [सं० खाद्य] (पदार्थ) जो खाने के योग्य हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादक					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√खाद्+ण्वुल्-अक] १ खानेवाला। भक्षण। २. ऋणी। पुं० किसी धातु का वह भस्म जो खाया जाता हो। (वैद्यक)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादन					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√खाद्+ल्युट्-अन] [ वि०खादित, खाद्य] १. खाने की क्रिया या भाव। भक्षण। २. दाँत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादनीय					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√खाद्+अनीयर] जो खाया जाने को हो अथवा खाने के योग्य हो। खाद्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादर					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० खाड़] १. नदी के पास की वह नीची भूमि जो बाढ़ आने पर डूब जाती है। कछार। तराई। २. गढ़ा। ३. चरागाह। मुहावरा–खादर लगना=पशुओं के चरने के लिए खेत में घास उगना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादि					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√खाद्+इन्] १. भक्ष्य। खाद्य। २. कवच। ३. दस्ताना। स्त्री० १. उँगलियों में पहने जाने वाली अँगूठी। २. हाथों में पहना जाने वाला कड़ा। कंगन। स्त्री० [सं० छिद्र] दोष। ऐब।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं०√खाद्+क्त] खाया हुआ। भक्षित।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादिम					 :
				 | 
				
					पुं० [अ०] १. वह जो खिदमत या सेवा करता हो। सेवक। २. मुसलमानों में दरगाह का अधिकारी और रक्षक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादिर					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० खादिर+अण्] कत्था। खैर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादिरसाह					 :
				 | 
				
					पुं०=खादिर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादी (दिन्)					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√खाद्+णिनि] १. खानेवाला। भक्षक। २. रक्षक। ३. कँटीला। वि० [हिं० खादि=दोष] १. दोष निकालने वाला। छिद्रान्वेषी। २. दोषों से भरा हुआ। स्त्री० दे० ‘खद्दड़’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खादुक					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√खाद्+उकञ्] किसी को कष्ट देने अथवा हानि पहुँचानेवाला। हिंसक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खाद्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√खाद्+ण्यत्] जो खाया जाने को हो या खाये जाने के योग्य हो। भक्ष्य। भोज्य। (एडिबुल) पुं० १. खाये जाने वाले पदार्थ। जैसे–अन्न, फल आदि। २. भोजन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खाद्य-अनुभाजन					 :
				 | 
				
					पुं० [ष० त०] खाने की चीजों विशेषतः अनाज आदि से संबंध रखनेवाला अनुभाजन। (फूड रैशनिंग)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खाद्यान्न					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० खाद्य-अन्न, कर्म० स०] वे अन्न जो खाने के काम आते हों। जैसे– गेहूँ, चना, जौ, मटर आदि। (फूडग्रेन्स)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					खाद्र					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० खात] गड्ढा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |