शब्द का अर्थ
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गड़ारी :
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स्त्री० [सं० गंड-चिन्ह] १. मंडलाकार रेखा। गोल लकीर। वृत्त। २.घेरा। मंडल। जैसे-गड़ारीदार पाजामा। ३. वृत्ताकार चिन्ह्र या धारी। आड़ी-तिरछी रेखाएँ। जैसे–रुपए के आँवठ पर की गड़ारियाँ। ४. वह छोटा गोल पहिया जो लोहे के छड़ के चारों ओर घूमता है और जिस पर मोटी रस्सी लगाकर नीचे से बारी चीजें उठाई या ऊपर खींची जाती है। घिरनी। (पुली) जैसे–कूएँ की गड़ारी। ५. उक्त के दोनों किनारों के बीच की दबी हुई जगह जिसमें रस्सी रखी जाती हैं। ६. एक प्रकार की घास। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गड़ारीदार :
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वि० [हिं० गड़ारी+फा० दार] १. जिस पर गड़ारियाँ अर्थात् गंडे या धारियाँ पड़ी हो। जैसे–गड़ारीदार रुपया, गड़ारीदार कसीदा। २. जिसमें छोटे-छोटे घेर हों या पड़ते हों। जैसे–गड़ारीदार पाजामा-चौड़ी मोहरी का पाजामा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |