शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					गधा					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० गर्दभ,प्रा० गद्दह] [स्त्री० गधी] १.घोड़े की तरह का पर उससे बहुत छोटा या प्रसिद्ध चौपाया जिस पर कुम्हार, धोबी आदि बोझ ढोते हैं। गदहा। मुहावरा–(किसी स्थान पर) गधे से हल चलवाना=पूरी तरह से उजाड़ना या नष्ट करना। (किसी को) गधे पर चढ़ाना=बहुत अधिक अपमानित करना। बदनाम और बेइज्जत करना। २. गधे की तरह निरा बुद्धिहीन। बहुत बड़ा मूर्ख या बेवकूफ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गधा-हेंचू					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० गधा+हेंचू(गधे की बोली)] लड़को का एक प्रकार का खेल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गधागधी					 :
				 | 
				
					स्त्री० दे० ‘गधाहेंचू’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गधापचीसी					 :
				 | 
				
					[हिं० गदहा+पचीसी] १६ से २५ वर्ष तक की अवस्था जिसमें प्रायः कुछ विशेष ज्ञान नहीं होता और जिसमें ऊल-जलूल काम किये जाते हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गधापन					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० गदहा+पन (प्रत्यय)] १.गधे होने की अवस्था या भाव। २. मूर्खता। बेवकूफी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गधालोटन					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० गधा+लोटना] १.थकावट मिटाने के लिए या मस्त होकर गधे का जमीन पर इधर-उधर लोटना। २. वह स्थान जहाँ इस प्रकार गधा लोटा हो। (कहते है कि ऐसे स्थान पर पैर रखने से आदमी में थकावट आ जाती है)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |