शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					गन					 :
				 | 
				
					पुं० =गण।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) स्त्री० [अ०] बन्दूक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० गणक] ज्योतिषी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनकेरुआ					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० गणकर्णका] एक प्रकार की घास।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनगनाना					 :
				 | 
				
					अ० [अनु० गनगन] १. (शरीर) सरदी के कारण थरथर काँपना। २. शरीर के रोओं का सरदी आदि के कारण खड़े होना। रोमांच होना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनगौर					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० गण-गौरी] राजस्थान का एक पर्व जो चैत कृष्ण प्रतिपदा से चैत्र शुक्ल तृतीया तक होता है और जिसमें कन्याएँ तथा स्त्रियाँ गणेश और गौरी की पूजा करती हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनती					 :
				 | 
				
					स्त्री० =गिनती।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनना					 :
				 | 
				
					स्त्री० =गणना। स०=गिनना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गननाना					 :
				 | 
				
					अ० [अनु० गनगन] १. किसी स्थान का गनगन शब्द से भर जाना। गूँजना। २.चक्कर लगाना। घूमना। स० कोई स्थान गनगन शब्द से पूर्ण या युक्त करना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गननायक					 :
				 | 
				
					पुं० =गणनायक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनप					 :
				 | 
				
					पुं० १. =गणप। २. =गणपति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनपति					 :
				 | 
				
					पुं० =गणपति।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनराय					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० गणराज] गणेश।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनवर					 :
				 | 
				
					स्त्री० [?] नरकट नामक घास।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गना					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० गाय] छोटा और नाटा बैल।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनाना					 :
				 | 
				
					अ० [हिं० गिनना] १. गिना जाना। २. गिनती में आना। स० =गिनाना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनाल					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० घननाल] पुरानी चाल की एक एक प्रकार की बड़ी तोप।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनिक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० गणक] ज्योतिषी। उदाहरण-गनिक होइ जब देखै, कहै न भेद।–जायसी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनिका					 :
				 | 
				
					स्त्री०=गणिका।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनिबी					 :
				 | 
				
					अ० [हिं० गिनना का भविष्यत् कालिक व्रज रूप] गिना जायगा। गिनती होगी। उदाहरण–मूढ़नि में गनिबी कि तू हूठ्यो दै इठिलाहिं।–बिहारी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनियारी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० गणिकारी] रूमी की जाति का एक प्रकार का वृक्ष।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनी					 :
				 | 
				
					वि. [अ० गनी] १. धनवान्। संपन्न। २. बहुत बड़ा दाता। उदार। स्त्री० [हिं० गिनना] गिनती। उदाहरण–इंद्र समान है जाके सेवक वर वापुरे की कहा गनी।–सूर। स्त्री० [अ०] टाट जिसके बोरे बनते हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनीम					 :
				 | 
				
					पुं० [अ०] १. दूसरों का माल लूटनेवाला व्यक्ति। लुटेरा। डाकू। २. दुश्मन। वैरी। शत्रु।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनीमत					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अ०] १. डाके या लूट का माल। २. मुफ्त में या बिना प्रयास मिलनेवाला धन। ३. बिलकुल प्रतिकूल या विपरीत स्थिति में भी होनेवाली कोई थोड़ी सी संतोषजनक या समाधानकारक बात। जैसे–वह सही सलामत घर लौट आया यहीं गनीमत हैं। मुहावरा–किसी का दम गनीमत होना=किसी का अस्तित्व विपरीत परिस्थियों में भी किसी प्रकार समाधानकारक होना। जैसे–बाबूसाहब का भी दम गनीमत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनेल					 :
				 | 
				
					स्त्री० [देश०] एक प्रकार की घास।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनेश					 :
				 | 
				
					पुं०=गणेश। वि० मंगलमय। शुभ। उदाहरण–भा यह समय गनेसू।–तुलसी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गनौरी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० गुन्ना] नागरमोथा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गन्ना					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० काण्ड] सरकंडे की जाति का एक प्रसिद्ध गाँठदार लंबा पौधा जिसके मीठे रस से गुड़, चीनी आदि बनाई जाती है। ईख। ऊख।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गन्नी					 :
				 | 
				
					पु० [अ० गनी] १. पटसन, पाट आदि का बना हुआ टाट जिसके बोरे आदि बनते है। २. सन का बना हुआ एक प्रकार का कपड़ा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |