शब्द का अर्थ
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					गायत					 :
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					वि० [अ०] १. बहुत अधिक। २. हद दरजे का। स्त्री० १. किसी वस्तु की अधिकता। २. गरज। मतलब।				 | 
			
			
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					गायताल					 :
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					पुं० [हिं० गाय+ताल] निकृष्ट या निकम्मा चौपाया। वि० निकम्मा और निकृष्ट। रद्दी।				 | 
			
			
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					गायताल खाता					 :
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					पुं० [हिं०] खाते या बही का वह अंश जिसमें ऐसी रकमें लिखी जाती हैं जिनके वसूल होने की बहुत ही कम आशा होती है।				 | 
			
			
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					गायत्र					 :
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					पुं० [सं० गायत्√त्रै (रक्षा करना)+क] [स्त्री० गायत्री] गायत्री छंद।				 | 
			
			
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					गायत्री					 :
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					पुं० [सं० गायत्र+ङीष्] १. एक प्रकार का वैदिक छंद। २. उक्त छंद में रचित एक प्रसिद्ध मंत्र जो भारतीय आर्यों में परम पवित्र माना जाता है। सावित्री। ३. दुर्गा। ४. गंगा। ५. छः अक्षरों की एक प्रकार की वर्णिक वृत्ति जिसके कई भेद है। ६. खैर का पेड़।				 | 
			
			
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