शब्द का अर्थ
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					गीदड़					 :
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					पुं० [सं० गृध्र=लुब्ध या फा० गीदी] १. भेड़ियें या कुत्ते की जाति का एक जानवर जो लोमड़ी से मिलता जुलता होता है। यह प्रायः उजाड़ स्थानों और जंगलों में रहता है, और इसका दिखाई देना या बोलना अशुभ माना जाता है। श्रृंगार। सियार। (जैकाल) पद-गीदड़-भभकी (देखें)। मुहावरा–किसी स्थान पर गीदड़ बोलना=बिलकुल उजाड़ या निर्जन होना। २. कायर या डरपोक व्यक्ति।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					गीदड़-भभकी					 :
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					स्त्री० [हिं०] मन में डरते हुए ऊपर से दिखावटी साहस अथवा क्रोध या रोष प्रकट करते हुए कही जानेवाली बात। क्रि० प्र०–दिखाना।–देना।				 | 
			
			
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					गीदड़रुख					 :
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					पुं० [हिं० गीदड़+रुख=वृक्ष] उत्तरी भारत में होनेवाला मँझोले कद का एक पेड़।				 | 
			
			
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