शब्द का अर्थ
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					गुज़ार					 :
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					वि० [फा०] गुजारने (अर्थात् करने, देने या सामने लाने) वाला (यौ० के अंत में)। जैसे–खिदमतगुजार, मालगुजार, शुक्रगुजार आदि। पुं० वह स्थान जहाँ से होकर लोग गुजरते या आगे बढ़ते हों। जैसे–घाट,रास्त आदि।				 | 
			
			
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					गुज़ारना					 :
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					स० [फा० गुजर] १. किसी स्थान से होते हुए आगे बढ़ाना। २. (समय) काटना या बिताना। व्यतीत करना। ३. किसी बड़े के सामने उपस्थित,पेश या निवेदन करना। जैसे–अर्ज गुजारना। ४. पालन करना। जैसे–नामज गुजारना। ४. (कष्ट या विपत्ति) डालना। ढाना। उदाहरण–गजब गुजारत गरीबन की धार पै।–पद्माकर।				 | 
			
			
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					गुज़ारा					 :
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					पुं० [फा० गुजारः] १. गुजरने या गुजारने की क्रिया या भाव। २. गुजर। निर्वाह। ३. जीवन-निर्वाह के लिए मिलनेवाली आर्थिक सहायता या वृत्ति। ४. वह स्थान जहाँ से लोग नाव पर चढ़कर पार जाते हों अथवा आकर उतरतें हों। ५. मार्ग में पड़नेवाला वह स्थान जहाँ कोई अधिकार-पत्र दिखाना या कर देना पड़ता हो।				 | 
			
			
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					गुज़ारिश					 :
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					स्त्री० [फा०] निवेदन। प्रार्थना।				 | 
			
			
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					गुज़ारिशनामा					 :
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					स्त्री० [फा०] निवेदन पत्र। प्रार्थना-पत्र।				 | 
			
			
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					गुज़ारेदार					 :
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					पुं० [फा०] वह व्यक्ति जिसे जीवन निर्वाह के लिए गुजारा या वृत्ति मिलती हो।				 | 
			
			
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