शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					गुझ					 :
				 | 
				
					वि०=गुह्य।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गुझबाती					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० गुह्म+हिं० बात] १. गुप्त या छिपी हुई बात। २. ऐसी बात जिसका अर्थ या रहस्य सहज में स्पष्ट न होता हो। उदाहरण–स्याम सनेसो कबहूँ न दीन्हौ जानि बूझ गुझबाती।–मीराँ।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गुझरौट					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० गुज्झा] १. साड़ी का वह भाग जो स्त्रियाँ चुनकर नाभि के पास खोंस लेती है। उदाहरण–कर उठाय घूँघट करत उसरत पट गुझरौट।–बिहारी। २. स्त्रियों के नाभि के आसपास का भाग। पुं० [सं० गुह्य-आवर्त] कपड़े की शिकन। सिकुड़न।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गुझिया					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० गुह्यक, प्रा० गुज्झआ, गुज्झा] १. एक प्रकार का पकवान। कुसली। पिराक। २. खोए की बनी हुई एक प्रकार की मिठाई।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गुझौट					 :
				 | 
				
					पुं० दे० ‘गुझरौट’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |