शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					गौंड़ी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० गुड़+अण्-ङीप्] १. गुड़ को सड़ाकर बनाई हुई शराब २. काव्य में एक प्रकार की रीत या वृत्ति जो ओज गुण प्रधान मानी जाती है तथा जिसमें द्वित्व, टवर्गीय, संयुक्त आदि वर्ण तथा लंबे-लंबे समास अधिक होते हैं। ३. संध्या के समय तथा रात के पहले पहर में गाई जानेवाली सम्पूर्ण जाति की एक रागिनी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					गौंड़ीय					 :
				 | 
				
					वि० [सं० गौड़+छ–ईय] १. गौड़ संबंधी देश। गौड़ देश का। २. (साहित्यिक रचना) जिसमें गौड़ी वृत्ति के तत्त्व हों। पुं० चैतन्य महाप्रभु का चलाया हुआ एक प्रसिद्ध वैष्णव संप्रदाय। स्त्री० गौड़ देश की बोली या भाषा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |